Ghee, Paneer और Milk हुआ सस्ता! रेट हुए इतने कम अब गरीब भी खाएगा पनीर Amul Products


Ghee, Paneer और Milk हुआ सस्ता! रेट हुए इतने कम अब गरीब भी खाएगा पनीर Amul Products

Amul Products: भारत की सबसे बड़ी डेयरी कंपनी अमूल के उत्पादों की कीमतों में महत्वपूर्ण कमी आई है। सरकार द्वारा लागू किए गए नए GST 2.0 नियमों के बाद अमूल घी, पनीर और दूध जैसे दैनिक उपयोग के उत्पाद अब पहले से काफी सस्ते हो गए हैं। यह बदलाव उपभोक्ताओं के लिए एक बड़ी राहत की खबर है, खासकर उन परिवारों के लिए जो महंगाई से परेशान हैं।


इस कीमत कटौती का मुख्य कारण GST की दरों में संशोधन है। नई टैक्स व्यवस्था के तहत डेयरी उत्पादों पर लगने वाला कर कम हो गया है, जिसका सीधा फायदा आम जनता को मिल रहा है। अमूल जैसी प्रतिष्ठित कंपनी का यह निर्णय पूरे डेयरी सेक्टर के लिए एक मिसाल साबित हो सकता है।

अमूल घी की नई कीमत में आई भारी कमी

अमूल घी की 1 लीटर पैकिंग की कीमत में ₹40 की भारी कटौती हुई है। पहले जो घी ₹650 में मिलता था, अब वह मात्र ₹610 में उपलब्ध है। यह कमी GST 2.0 के तहत घी पर लगने वाले कर की दर 12% से घटकर 5% होने के कारण संभव हुई है। इस तरह की कटौती से मध्यम वर्गीय परिवारों को बहुत राहत मिलेगी।


यह भी पढ़े:
New GST Rateनए GST लागू होने के बाद सस्ता हो गया सीमेंट, बालू, गिट्टी और सरिया | New GST Rate

घी भारतीय रसोई का एक अहम हिस्सा है और इसकी बढ़ती कीमतों से हर घर प्रभावित होता है। अमूल घी की गुणवत्ता और शुद्धता के लिए जाना जाता है, लेकिन पहले इसकी ऊंची कीमत के कारण कई लोग इसे खरीदने से झिझकते थे। अब नई कीमतों के साथ यह आम लोगों की पहुंच में आ गया है।

अमूल पनीर भी हुआ किफायती और सस्ता

अमूल पनीर की 200 ग्राम पैकिंग की कीमत ₹99 से घटकर ₹95 हो गई है। यह कमी इसलिए संभव हुई है क्योंकि GST 2.0 के तहत पनीर को पूरी तरह से GST से मुक्त कर दिया गया है। इससे पहले पनीर पर 5% GST लगता था, लेकिन अब यह 0% हो गया है। यह बदलाव खासकर शाकाहारी लोगों के लिए बहुत फायदेमंद है।

पनीर प्रोटीन का एक बेहतरीन स्रोत है और इसका उपयोग कई व्यंजनों में किया जाता है। पहले इसकी महंगी कीमत के कारण कई परिवार इसे नियमित रूप से नहीं खरीद पाते थे। अब कम कीमत में मिलने से पनीर का सेवन बढ़ेगा और लोगों को बेहतर पोषण मिल सकेगा।


यह भी पढ़े:
Ration Card Gramin Listसिर्फ इनको मिलेगा फ्री गेहूं, चावल, नमक, बाजरा, राशन कार्ड की ग्रामीण लिस्ट जारी Ration Card Gramin List

अमूल दूध की कीमतों में भी आई राहत

अमूल के दूध की कीमतों में भी उल्लेखनीय कमी देखी गई है। अमूल ताज़ा टोंड मिल्क (1 लीटर UHT) की कीमत ₹77 से घटकर ₹75 हो गई है। वहीं अमूल गोल्ड (1 लीटर UHT) की कीमत ₹83 से घटकर ₹80 हो गई है। यह परिवर्तन GST 2.0 के तहत UHT दूध पर 5% GST लगाए जाने के बावजूद भी संभव हुआ है।

दूध हर घर की पहली जरूरत है और इसकी कीमत में थोड़ी सी भी कमी परिवारों के बजट पर सकारात्मक प्रभाव डालती है। अमूल का दूध अपनी गुणवत्ता के लिए प्रसिद्ध है और अब यह और भी किफायती हो गया है। बच्चों से लेकर बुजुर्गों तक सभी के लिए दूध एक आवश्यक पोषक तत्व है।

GST 2.0 का डेयरी सेक्टर पर सकारात्मक प्रभाव

नई GST व्यवस्था में टैक्स स्लैब को 4 से घटाकर केवल 2 कर दिया गया है – 5% और 18%। इस सुधार का सबसे बड़ा फायदा यह हुआ है कि दैनिक उपयोग की वस्तुओं पर कम कर लगने से उनकी कीमतें कम हो गई हैं। डेयरी उत्पादों के लिए यह बदलाव विशेष रूप से लाभकारी साबित हुआ है।

यह भी पढ़े:
Bike Price Cutधनतेरस पर खरीदें अपनी मनपसंद बाइक, GST के नए नियमों से बाइकों के दामों में बड़ी कटौती! Bike Price Cut

सरकार का यह कदम उपभोक्ता हितैषी है और इससे महंगाई की समस्या को कम करने में मदद मिलेगी। अमूल जैसी कंपनियों ने तुरंत अपनी कीमतों में कटौती करके दिखाया है कि वे ग्राहकों के हितों को प्राथमिकता देती हैं। इससे डेयरी सेक्टर में प्रतिस्पर्धा भी बढ़ेगी।

आम जनता को मिलने वाले फायदे और लाभ

कीमतों में यह कमी विशेष रूप से निम्न और मध्यम आय वर्गीय परिवारों के लिए वरदान साबित होगी। अब वे भी अच्छी गुणवत्ता के डेयरी उत्पादों का सेवन कर सकेंगे जो पहले उनकी पहुंच से बाहर थे। इससे समाज में पोषणहीनता की समस्या को कम करने में भी मदद मिलेगी।

यह कीमत कटौती केवल अमूल तक सीमित नहीं रहेगी। बाजार की प्रतिस्पर्धा के कारण अन्य डेयरी कंपनियां भी अपनी कीमतें कम करने पर मजबूर होंगी। इससे उपभोक्ताओं को और भी बेहतर विकल्प मिलेंगे और पूरा डेयरी सेक्टर फायदे में रहेगा।

यह भी पढ़े:
LPG Gas Subsidyसभी के खाते में गैस सिलेंडर की सब्सिडी के ₹300 आना शुरू LPG Gas Subsidy

बाजार में बढ़ती मांग और उपलब्धता में सुधार

कम कीमतों के कारण इन उत्पादों की मांग बढ़ने की संभावना है। अमूल को अपनी उत्पादन क्षमता बढ़ानी पड़ सकती है ताकि बढ़ती मांग को पूरा किया जा सके। यह स्थिति डेयरी फार्मरों के लिए भी अच्छी खबर है क्योंकि उनके दूध की मांग बढ़ेगी।

कंपनी का यह फैसला ग्रामीण अर्थव्यवस्था को भी मजबूत बनाएगा। जब डेयरी उत्पादों की बिक्री बढ़ेगी तो किसानों की आय भी बढ़ेगी। इस तरह यह कदम न केवल उपभोक्ताओं बल्कि उत्पादकों के लिए भी फायदेमंद साबित होगा।


अस्वीकरण: यह लेख केवल सामान्य जानकारी के उद्देश्य से लिखा गया है। कीमतों में बदलाव बाजार की स्थिति और कंपनी की नीतियों के अनुसार हो सकते हैं। खरीदारी से पहले वर्तमान कीमतों की जांच अवश्य करें।

Comments